उझानी(बदायूं)। मुजरिया थाना क्षेत्र के ग्राम जिजाहट के जंगल खेत में खेत पर बने कुएं से ईटें निकलते समय मिट्टी की ढांग गिर जाने से दो सगे भाइयों समेत तीन लोग दब गए। हादसे पर जुटे ग्रामीणों ने ग्रामीणों ने मशक्कत कर एक भाई दो लोगों को जीवित निकाल लिया जबकि दूसरा भाई मिट्टी के नीचे दब गया जिसे पुलिस और प्रशासन ने रेसक्यू कर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। हादसे से मृतक के परिवार में चीत्कार मच गया है और दीपावली के पर्व की खुशियां गम में बदल गई।
गांव जिजाहट निवासी रनसिंह के युवा पुत्र मोखमसिंह और नेकपाल बबलू नामक ग्रामीण युवक के साथ अपने खेत में बने कुएं से दोपहर बाद लगभग तीन बजे ईंटें निकालने के लिए घुसे थे। तीनों जब ईंटें निकाल रहे थे और वह लगभग 15 फिट की गहराई तक पहुंच ही पाएं थे कि अचानक कुएं की मिट्टी की ढांग तीनों के ऊपर गिर गई। बताते हैं कि हादसा होते देख आसपास खेतों पर मौजूद उनके परिजनों और ग्रामीणों से शोर मचा कर अन्य ग्रामीणों को बुला लिया और फिर कड़ी मशक्कत कर नेकपाल और बबलू को निकाल लिया और उन्हें इलाज के लिए सीएचसी बिल्सी भेज दिया। ग्रामीण मौखम सिंह को मिट्टी में दबे होने के कारण न निकाल सके। हादसे की सूचना पर मुजरिया पुलिस भी मौके पर पहुंच गई
बताते हैं कि पुलिस ने प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी जिस पर अधिकारी भी पहुंच गए और फिर कुएं में दबे मौखम सिंह का निकालने के लिए जेसीबी सेे निकालने की कवायद शुरू की गई। बताते हैं कि दो घंटों की अथक मेहनत के बाद मौखम सिंह को कुएं के अंदर से निकाला गया लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था। बताते हैं कि परिजन उसके जीवित होने की आस में उसे सीएचसी बिल्सी ले गए जहां से उसे जिला अस्पताल भेज दिया जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौखम सिंह की मौत से पूरे परिवार में चीत्कार मच गया वही गांव में शोेक व्याप्त हो गया और दीपावली के त्यौहार की खुशियां गम में बदल गई। पुलिस ने मौखम सिंह के शव को पीएम के लिए अपने कब्जें में ले लिया है।