बदायूं। शहर में सोमवार को डोडा माफिया नजमुल के अब्दुल्ला मार्केट पर प्रशासन का बुलडोजर चला। उसकी अधिकतर संपत्ति पुलिस प्रशासन ने पहले ही जब्त कर ली है। यह मार्केट भी पुलिस-प्रशासन के कब्जे में है लेकिन यह मार्केट नक्शे के अनुरूप नहीं बनाई गई थी जिससे उसे आज ध्वस्त कर दिया गया।
ज्ञात रहे कि डोडा माफिया नजमुल मूलरूप से ककराला का रहने वाला है। साल 2019 में उसके अब्दुल्ला डिग्री कॉलेज ककराला से भारी मात्रा में डोडा पकड़ा गया था। तत्कालीन एसपी सिटी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने पूरी जांच पड़ताल करते हुए कॉलेज में छापा मारा था। यहां से 25 बोरी डोडा, दो बाइक, एक ट्रैक्टर और डोडा पीसने की मशीन बरामद हुई थी। इसके अलावा मौके से गभियाई निवासी आशू पुत्र रियासत, श्यामलाल पुत्र रामदीन और वीरमपुर निवासी धर्मेंद्र पुत्र रामबहादुर पकड़े गए थे जबकि डोडा माफिया नजमुल मौके से फरार हो गया था। करीब दो माह तक नजमुल पुलिस से आंखमिचैली खेलता रहा। पुलिस लगातार उसकी तलाश में दबिश देती रही लेकिन नजमुल नहीं पकड़ा गया। 21 सिंतबर 2019 को नजमुल कोर्ट में सरेंडर हो गया। उसके बाद पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने उसका अब्दुल्ला डिग्री कॉलेज, अब्दुल्ला मार्केट और ककराला व उसके आसपास की तमाम संपत्ति जब्त की। तभी से अब्दुल्ला मार्केट पर ताले पड़े हुए हैं लेकिन मार्केट नगर पालिका के अनुसार नक्शे के मुताबिक नहीं बनाई गई थी जिससे सोमवार की दोपहर इसे तोड़ने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार, सीओ सिटी आलोक मिश्रा, कोतवाली इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार धामा दो बुलडोजर लेकर पहुंचे। कई थानों की पुलिस भी बुला ली गई। इसके बाद बुलडोजर चलवाकर मार्केट का अगला हिस्सा गिरा दिया। इसमें जीना, एक दुकान का आधा हिस्सा और दीवार भी ढहा दी गई। मार्केट में ऊपरी मंजिल पर बनाई गईं दुकानें तोड़ने के लिए मजदूरों को लगाया गया है। इसे देखने के लिए भीड़ जमा हो गई लेकिन पुलिस बल भी काफी था। जिस कारण कोई भी विरोध नहीं कर सका।