बिल्सी

योगीराज कृष्ण की बाल एवं माखन लीलाओं को सुन मंत्रमुग्ध हुए भक्त

बिल्सी,(बदायूं)। क्षेत्र के गांव रायपुर बुजुर्ग में चल रही भागवत कथा के छठें दिन अमापुर से पधारे कथावाचक सुरेश रतन ने भगवान श्रीकृष्ण बाल लीला, माखन चोरी व गोवर्धन पूजा की कथा का सुन्दर चित्रण सुनाया गया। जिसे सुनकर सभी श्रोता भावविभोर हो उठे।

कथावाचक ने भगवान की अच्युत लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणा दायक हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं कीं। बाल कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। मां उन्हें कहती थी कि प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो तो वह तुरंत मुंह खोलकर मां को दिखा दिया करते थे कि मैंने माखन नहीं खाया। उन्होने कहा कि भगवान श्री कृष्ण अपनी सखाओं और गोप-ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर गए थे। वहां पर गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच गाने के साथ उत्सव मना रही थी। श्री कृष्ण के पूछने पर उन्होंने बताया कि आज के ही दिन व्रसासुर को मारने वाले तथा मेघों व देवों के स्वामी इंद्र का पूजन होता है। इसे इंद्रोज यज्ञ कहते हैं। इससे प्रसन्न होकर इन्द्र ब्रज में वर्षा करते हैं जिससे प्रचुर अन्न पैदा होता है। भगवान कृष्ण ने कहा कि इन्द्र में क्या शक्ति है। उनसे अधिक शक्तिशाली तो हमारा गोवर्धन पर्वत है। इसके कारण ही वर्षा होती है अतरू हमें इंद्र से बलवान गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए। बहुत विवाद के बाद श्री कृष्ण की यह बात मानी गई और ब्रज में गोवर्धन पूजा की तैयारियां शुरू हो गई। कथा के बीच.बीच कान्हा की झांकी भी प्रस्तुत की गई। जिसे देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो उठे। इस मौके पर केशव शाक्य, चरन सिंह, नत्थूलाल, बांकेलाल सागर, नेत्रपाल सिंह पाली, सुरेश सिंह, शारदा देवी, सुषमा शाक्य, प्रेमवती, सोमेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

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