बरेली। महानगर के सुरेश शर्मा नगर में एक घर मंे घुस कर डकैती की वारदात को अंजाम देने तथा इस दौरान दो महिलाओं समेत तीन की हत्या करने वाले आठ डकैतों को बरेली की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने गुरूवार को मौत की सजा सुनाई है वही एक सर्राफा कारोबारी को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है। वारदात अब से लगभग दस वर्ष पहले हुई थी। सजा पाए सभी आरोपी छैमार हसीन गैंग के सदस्य बताएं जा रहे हैं।
बारादरी थाना क्षेत्र के सुरेश शर्मा नगर निवासी आयकर विभाग के निरीक्षक रविकांत मिश्रा के घर लगभग दस साल पहले घर में घुस कर हथियारबंद डकैतोें ने जमकर लूटपाट की और विरोध करने पर श्री मिश्रा की मां पुष्पा, भाई योेगेश और भाभी प्रिया की डकैतों ने हत्या कर दी और फरार हो गए। बताते हैं कि श्री मिश्रा ने अपनी तैनाती स्थल से अपने घर फोन किया तब जबाब न मिलने पर उन्होंने वह बरेली अपने घर पहुंचे लेकिन दरवाजा बंद होने के कारण पड़ोस के घर की छत से जाकर देखा तब उनकी मां, भाई और भाभी मृत अवस्था में मिले। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता बरेली दिगंबर पटेल ने बताया कि ट्रिपल हत्याकांड में मां, बेटे और बहू की इन आरोपियों के द्वारा डकैती डालकर हत्या कर दी थी. वही दो जो अन्य महिलाएं हैं उन महिलाओं द्वारा घर की पहले रैकी की गई थी. दोनों महिलाओं ने भीख मांगने के दौरान रैकी की थी. वहीं पड़ोसियों द्वारा इन महिलाओं को पहचाना गया और उनकी गवाही भी पेश की गई थी. यह छैमार गैंग है जो कि तंबू बनाकर रहते हैं और एक जगह लूटपाट करके दूसरी जगह पहुँच जाते हैं।
पटेल ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध डकैती, हत्या और आपराधिक षडयंत्र के आरोपों में रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू की जिसके बाद छैमार गिरोह का हाथ सामने आया जिस पर पुलिस ने एक सर्राफा कारोबारी समेत नौ को बंदी बना कर जेल भेजा था। दस साल के बाद अदालत ने आयकर विभाग के निरीक्षक के साथ न्याय करते हुए आठ डकैतों को फांसी की सजा और सर्राफा कारोबारी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सभी को जेल भेज दिया गया है।