- कचहरी परिसर में फाल्गुनी धुनों पर थिरके अधिवक्ता, उड़ाया गुलाल
बदायूं। भारतीय संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण और एकता के प्रतीक होली के पर्व को अधिवक्ता समाज ने उत्साह के साथ मनाया। अधिवक्ताओं ने होली की फाल्गुनी धुनों पर जमकर नृत्य किया और एक दूसरे के गुलाल लगा कर होली की बधाईयां दी। इस अवसर पर जिला बार एशोसियेशन के सचिव संदीप मिश्रा ने कहा कि हमारे पर्व भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है जो सामाजिक समरसता को बढ़ाते है।
होली का पर्व मनाने के लिए अधिवक्ता समाज कचहरी परिसर स्थित माथुर भवन में एकत्र हुए और जैसे ही होली के गीत बजने शुरू हुए तभी अधिवक्ताओं ने रंग-गुलाल उड़ाते हुए जमकर थिरकना शुरू कर दिया। होली की फाल्गुनी मस्ती में अधिवक्ता ऐसे डूबे कि मौजूद सभी अधिवक्ता गुलाल उड़ाते हुए थिरकतें नजर आ रहे थे। इस दौरान अधिवक्ताओं ने एक दूसरे को रंग-गुलाल से सराबोर कर दिया और गले मिल कर होली की मंगलकामनाएं दी। होली की मस्ती का असर पूरे कचहरी परिसर में नजर आया और अधिवक्ता एक दूसरे के चैम्बरों में पहुंच कर रंग-गुलाल लगाते नजर आ रहे थे।
इस दौरान जिला बार ऐशोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी अधिवक्ताओं के साथ जमकर होली खेली और होली के गीतों की धुनों पर थिरकते भी नजर आए। इस दौरान ऐशोसिएशन के सचिव संदीप मिश्रा ने कहा कि होली हमारी सामाजिक एकता का प्रतीक है और भारतीय संस्कृति के इस पर्व पर हम सब सारे गिले शिकवे और भेदभाव को भूल कर एक दूसरे के गले लग कर सामाजिक समरसता को मजबूती प्रदान करते हैं। इस अवसर पर अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार, ब्रजपाल सिंह शाक्य, बाल कृष्ण वर्मा, बादाम सिंह, अमित गौर, सतेन्द्र पाल सिंह, दिवाकर वर्मा, विश्वनाथ मौर्य, पवन वर्मा, नाजिमा, मेघा आदि अधिवक्ताओं ने समस्त अधिवक्ता समाज और बदायूंवासियों को होली की मंगलकानाएं दी।