उझानी(बदायूं)। दशलक्षण पर्व के समापन पर शुक्रवार को भगवान महावीर स्वामी की जयंती आस्था और श्रद्धा के साथ मनाई गई। जैन समाज के लोगों ने भगवान महावीर की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर भगवान महावीर स्वामी की भव्यता के साथ शोभायात्रा निकाली गई जो पूरे नगर में भ्रमण करती हुई जैन मंदिर पर पहुंच कर धार्मिक कार्यक्रम में परिवर्तित हो गई। भगवान महावीर स्वामी के रथ पर सवार होने का सौभाग्य तुषार जैन को मिला जबकि इन्द्र उदभव जैन बने।
जैन धर्म द्वारा मनाएं जाने वाले दशलक्षण पर्व के दस धर्मो उत्तम क्षमा , मार्दव, आर्जव, शौंच, सत्य, संयम, तप, त्याग, अकिंचन और ब्रह्मचर्य की पूजा अर्चना पंचमी तिथि से अनन्त चतुर्दशी तक बहुत ही उल्लास और श्रद्धा व आनन्द के साथ की गई। पर्व के समापन पर आज भगवान महावीर स्वामी की जयंती जैन धर्म के नर-नारियों ने धूमधाम और श्रद्धापूर्वक मनाई। इस मौके पर प्रातः काल से जैन समाज के लोग मंदिर पर जुटे और अपने आराध्य भगवान महावीर स्वामी की पूजा अर्चना की। भगवान महावीर स्वामी की शोभाायात्रा में शामिल रथ पर सवार होने के लिए समाज के लोगों ने बोली लगाई जिसमें सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले तुषार जैन को रथ पर सवार होने का अवसर प्राप्त हुआ जबकि आकाश जैन को कुबेर बनने, उदभव जैन को इन्द्र बनने और रथ का सारथी बनने का सौभाग्य अक्षत जैन को मिला।
शाम को बैंडबाजों से सजी महावीर स्वामी की शोभायात्रा धूमधाम और भव्यता के साथ जैन मंदिर से निकाली गई। शोभायात्रा में शामिल जैन समाज के नर-नारी और बच्चें अहिंसा परमोधर्म के जयघोष को गुंजायमान करते हुए भजन कीर्तन कर रहे थे। शोभायात्रा में शामिल नर-नारी भगवान महावीर की भक्ति में भाव विभोर होकर नृत्य करने से खुद को नही रोक सके। रथ यात्रा में चेयरपर्सन श्रीमति पूनम अग्रवाल, पूर्व मंत्री विमल कृष्ण अग्रवाल, नगर उपाध्यक्ष सचिन अग्रवाल सहित गणमान्य नागरिक शामिल हुए। रथ यात्रा में अनूप जैन अध्यक्ष, रजनी जैन महिला मंडल अध्यक्ष, जयदीप जैन मंत्री,अभिषेक जैन, अजय जैन, अरुण जैन, मनोज जैन, कुलदीप जैन, प्रदीप जैन, पम्मो जैन, निखिल जैन, बॉबी जैन, विनीत जैन, पिंकुल जैन, सतीश जैन, संचित, शशांक, संगीता जैन, मनका जैन,प्रतिज्ञा, एकता, आध्या,प्राची, अनामिका, बीनू, प्रतिभा,गार्गी, मोनिका, सीमा, रुचि, कृति एवम समस्त जैन समाज का महत्त्वपूर्ण सहयोग रहा