बदायूं। उझानी कोतवाली पुलिस ने नवाब वेग के कंकाल का पोस्टमार्टम करा दिया है लेकिन उससे मृत्यु का कारण पता नहीं चला है। जिन अस्पतालों में नवाब का उपचार हुआ था, उसके कागजातों से माना गया है कि उसकी मौत बीमारी से हुई थी।
उझानी कोतवाली क्षेत्र के गांव ननाखेड़ा निवासी नवाब वेग के शव को बिसौली कोतवाली क्षेत्र के गांव संग्रामपुर में दफन किया गया था। संग्रामपुर में नवाब की भांजी की शादी हुई है। उसकी बहन और भांजी ने ही नवाब का अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में उपचार कराया था। तीन माह पहले उसकी अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में मृत्यु हुई थी। ननाखेड़ा निवासी मंगू ने खुद को नवाब का भतीजा बताते हुए न्यायालय में 156 (3) के तहत परिवाद दायर कराया था।
कोतवाली पुलिस कोर्ट के आदेश पर दर्ज मामले की विवेचना कर रही थी। इसके तहत शुक्रवार को उझानी कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर मोना सिंह ने संग्रामपुर पहुंचकर एसडीएम के आदेश पर कब्र खोदवाकर नवाब का शव निकलवाया था। नवाब का शव कंकाल बन चुका था। शनिवार को उसका पोस्टमार्टम कराया गया लेकिन उससे मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। पुलिस ने कंकाल को वही दफन करा दिया है।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह ने बताया कि नवाब का उपचार राजकीय मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ में हुआ था। इसके परिवार वालों ने कई साक्ष्य दिखाए हैं जिसके आधार पर माना जा रहा है कि उसकी मृत्यु बीमारी से हुई थी ।