उझानी(बदायूं)। साइबर ठगों के निशाने पर उझानी के व्यापारियों के अलावा वाशिंदे आ गए है। साइबर ठग कई व्यापारियों के अलावा एक पशु चिकित्साधिकारी को ठगी का शिकार बना चुके है। मंगलवार को साइबर ठगों ने एक सर्राफा व्यापारी से व्हाटसएप काल करके उसे ठगने का प्रयास किया मगर जागरूक हो चुके व्यापारी ने कॉल को रिसीव नही किया जिससे वह ठगी का शिकार होने से बच गए। व्हाटसएप नम्बर की डीपी पर पुलिस की वर्दी पहने व्यक्ति के फोटो लगे हुए है।
नगर के मौहल्ला बाजारकला के रहने वाले सर्राफा व्यापारी राकेश गोयल के फोन पर सुबह लगभग पौने दस बजे व्हाटसएप कॉल आई। श्री गोयल को लगा कि हो न हो यह कॉल साइबर ठगों की हो जिससे उन्होंने कॉल को रिसीव ही नही किया। जब उन्होंने उसे नम्बर की डीपी को देखा तब उस पर पुलिस वर्दी पहने एक व्यक्ति का फोटो लगा हुआ था और उसका नाम विजय कुमार इंस्पेक्टर आ रहा था। श्री गोयल ने बताया कि इसके कुछ देर बाद एक व्हाटसएप संदेश आया जिस की डीपी पर भी पुलिस कर्मी का फोटो लगा हुआ था। उन्होंने बताया कि उझानी में लगातार हो रही साइबर ठगी के चलते उन्होंने कॉल को रिसीव नही किया नही हो सकता था कि ठग उन्हें भी अपना शिकार बना लेंते। उन्होंने बताया कि उनके साथ कोई घटना घटित नही हुई है जिससे उन्होंने इसकी पुलिस से कोई शिकायत नही की है।
नागरिकों के साथ लगातार हो रही ठगी की वारदातों के बाद भी पुलिस साइबर ठगों पर शिकंजा कसने में नाकाम रही है। पुलिस की कार्यप्रणाली के चलते ही साइबर ठग आसानी से व्यापारियों और नागरिकों को अपना शिकार बना लेते है। सााइबर ठग उझानी के कई व्यापारियों और पशु चिकित्साधिकारी को अपना शिकार बना चुके हैं वही कई व्यापारी समझदारी के चलते ठगी का शिकार होने बच चुके है। इस मामले में जानकारी करने पर इंस्पेक्टर मनोज कुमार बोले-उझानी के नागरिक बहुत समझदार है और फोन काट दिया। नागरिकों ने पुलिस के आलाअधिकारियों से साइबर ठगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की मांग की है ताकि वह ठगी का शिकार होने से बच सके।