उझानी,(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गांव बरी के नगला में रोड नही तो वोट नही के बैनर के साथ प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों और गांव में बैनर लगाने के एक मामले में कोतवाली में तैनात एक दरोगा ने ग्रामीणों को धमकाना शुरू कर दिया है। इस मामले को लेकर वायलर हो रहे आडियो में तैनात दरोगा ग्रामीणों को धमकाता हुआ कह रहा है कि बैनर तत्काल हटा लें अन्यथा उसके खिलाफ मुुकद्दमा दर्ज हो जाएगा ऐसा उस पर अधिकारियों का दबाब है।
किसी भी समस्या को लेकर उसके निराकरण के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना और अपनी मांगों को राजनेताओं तथा अधिकारियों के समक्ष रखने का अधिकार नागरिकों को संविधान ने प्रदत्त किया है लेकिन उझानी क्षेत्र में चुनावों के दौरान गांव बरी का नगला में रोड न बनने से परेशान ग्रामीणों ने गांव में शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात कहते हुए रोड नही तो वोट नही का नारा बुलंद किया और उस बैनर को गांव के किसी स्थान पर लगा दिया ताकि पांच साल के लिए वोट मांगने आने वाले नेताओं को उनकी परेशानियों की जानकारी हो सके। संविधान से प्राप्त अधिकारों के तहत ग्रामीणों ने अपनी मांग सबके सामने रखी ताकि गांव का रोड पड़ सके लेकिन कोतवाली पुलिस के दरोगा लवगिरी ने ग्रामीणों को धमकाना शुरू कर दिया है। क्षेत्र में वायरल हो रहे एक आडियों में दरोगा गिरी एक ग्रामीण से कह रहा है कि चुनाव आचार संहिता लग चुकी है और वह वोट चाहे जिसे दो या न दो लेकिन रोड नही तो वोट नही के बैनर को तत्काल हटा दें अन्यथा उसके खिलाफ मुकद्दमा दर्ज हो जाएगा। दरोगा ने सिर्फ इतना ही नही और कहा कि अधिकारियों का दबाब है जितनी जल्दी हो सके बैनर हटवा ले। चर्चा है कि अब पुलिस ने नया फंडा शुरू कर दिया है और चुनाव आचार संहिता की आड़ में आम आदमी को धमकाना शुरू कर दिया है। वायरल हो रहे इस आडियो की पूरे क्षेत्र में लगातार चर्चा बनी हुई है।