उझानी,(बदायूं)। भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता सत्यवीर सिंह यादव ने कहा है कि क्षेत्र के गौशाला संचालक गौवंशों को सूखा चारा खिलाने के बजाय सरसों का भूसा खिला रहे हैं जिससे गौवंश पशु लगातार बीमार होकर मौत के मुंह में जा रहे है। श्री यादव का कहना है कि जिला प्रशासन के साथ-साथ पशु पालन विभाग गौशाला संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मूक दर्शक बना हुआ है जिससे गौशाला संचालकों के हौंसलें बुलंद बने हुए है।
भाकियू नेता श्री यादव का कहना है कि जिला प्रशासन और पशु पालन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की लाहपरवाही के चलते पूरे क्षेत्र में गौशाला संचालक गौवंशों को सूखा चारा खिलाने के बजाय प्रत्येक वर्ष सरसों का भूसा खरीद कर उन्हें खिलाते हैं जिससे गौवंशों पर के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। श्री यादव का कहना है कि सरसों का भूसा खाने से प्रतिवर्ष कई गौवंश मौत के मुंह में चले जाते है। श्री यादव का कहना है कि गौवंशों की मौत के बाद संचालक उनके शवों को इधर उधर फेंक देते हैं जिन्हें जंगली जानवर नोंच कर खाते है जिससे प्रदूषण फैलता है। भाकियू नेता श्री यादव का कहना है कि गौवंशीय पशुओं की मौत के कारणों के पीछे पशु पालन विभाग के लोग जाना नही चाहतें हैं। उन्होंने कहा है कि गौशाला संचालकों की लाहपरवाही और जिला प्रशासन समेत पशु पालन विभाग की अनदेखी के चलते भारी संख्या में गौवंश पशु इधर-उधर भटकते रहते है और यही पशु किसानों की फसल बर्बाद करने में पीछे नही रहते है साथ ही कई गौवंश खेतों में लगे व्लेट से कट कर मौत के मुंह में चले जाते हैं।
श्री यादव का कहना है कि इस मसले पर जिला प्रशासन को भी जागरूक होना होगा और सरसों का भूसा खिलाने वाले गौशाला संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आगे आना होगा तभी गौवंशों का जीवन संरक्षित हो सकता है।