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परिजन खोज रहे हैं साक्ष्य-पुलिस की कार्य प्रणाली पर उठ रहे हैं सवाल

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कासगंज जनपद के दो युवकों की मौत का मामला, घटना स्थल से मिली खूनी से सनी सरिया और बाइक का मडगार्ड

उझानी(बदायूं)। दो दिन पहले कोतवाली क्षेत्र में प्रमिला नगर को जाने वाले मार्ग पर मिले कासगंज जनपद के दो युवकों के खून से लथपथ शवों के मामले में पुलिस पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस दोनों युवकों की मौत को हादसा बता रही है जबकि शनिवार की शाम घटना स्थल पर पहुंचे मृतकों के परिजनों ने हत्या के साक्ष्य खोज निकाले है। परिजनों को घटना स्थल से खून से सनी सरिया और बाइक का टूटा मडगार्ड मिला तब उन्होंने पीआरवी पुलिस को सूचना दी। इस सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और परिजनों से पूछताछ के बाद बरामद सरिया और मडगार्ड को अपने कब्जें में ले लिया है। परिजन जमीनी विवाद में हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं।

उझानी क्षेत्र के गांव प्रमिला नगर जाने वाले मार्ग पर गुरूवार की शाम खून से लथपथ दो युवकों के शव पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर बरामद किए थेे। दोनों के सिरों में गंभीर चोटे थी जबकि शरीर के अन्य भाग पूरी तरह से सुरक्षित थे। पुलिस दोनों युवकों की मौत को हादसा बताती रही। पुलिस को घटनास्थल से एक बाइक भी मिली जिसका केवल मडगार्ड टूटा हुआ था जबकि बाइक पूरी तरह से सुरक्षित थी। शवों और बाइक की स्थिति देखते हुए प्रत्यक्षदर्शी दोनों की हत्या होने की आशंका जता रहे थे। दोनों की शिनाख्त कासगंज जनपद के थाना सोरों के गांव प्रह्लादपुर निवासी हीरालाल लोधी और ढोलना थाना क्षेत्र के गांव कुडार निवासी इन्द्रपाल के रूप में परिजनों ने की।

पुलिस ने माना हादसा और हादसे की रिपोर्ट दर्ज कर कराया पीएम
पुलिस ने शवों को बरामद करने के बाद उसे हादसा बताया और किसी रक्षपाल निवासी कुडार थाना ढोलना जनपद कासगंज के नाम से हादसे की रिपोर्ट दर्ज कर शवों का पीएम कराया लेकिन पीएम में हादसे जैसी स्थिति की रिपोर्ट नही आई। परिजनों ने पीएम के बाद मिले शवों का अंतिम संस्कार करने के उपरांत शनिवार को घटना स्थल पर पहुंच कर खोजबीन की। परिजनों को मौके से खून से सनी एक बड़ी व एक छोटी सरिया और बाइक के अलगे पहिया का टूटा मडगार्ड पड़ा देख पीआरवी पुलिस को हत्या की बात बताते हुए सूचना दी जिस पर पीआरवी मौके पर पहुंच गई। परिजनों के मौके पर होने और खून से सनी सरिया पड़ी होने की सूचना पर कोतवाली पुलिस भी एसओजी टीम के साथ पहुंच गई और परिजनों से बात करने के बाद दोनों सरिया और मडगार्ड को अपने कब्जें मंे ले लिया।

परिजनों ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर उठाएं सवाल
सूत्रों की माने तब परिजनों ने मौैके पर ही पुलिस की कार्य प्रणाली और मंशा पर जबरदस्त सवाल उठाते हुए कहा कि जब बरामद खून से सरियां और मडगार्ड से स्पष्ट है कि दोनों की हत्या की गई है फिर पुलिस इसे हादसे बताने पर क्यों तुली हुई है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि दोनों की हत्या जमीनी विवाद में की गई है। परिजनांे ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर पुलिस को सिर में गंभीर चोटें लगे शव मिले तब पुलिस ने आसपास तलाशी क्यों नही ली अगर पुलिस आसपास तलाशती तो उसकी दिन यह साक्ष्य मिल जाते। परिजनों का कहना हैं कि उन्होंने पुलिस को हादसे की कोई तहरीर नही दी है। बताते हैं कि जमीनी विवाद हीरालाल से था तो इन्द्रपाल की हत्या क्यों की गई है इस पर परिजन कहते है कि इन्द्रपाल ही हीरालाल को बुला कर लाया था और हो सकता हैं कि हत्या करने वाले लोगों ने पोल खुलने के डर से इन्द्रपाल को भी मार डाला।

परिजनों ने आज भी नही दी कोई तहरीर, पुलिस घर तक छोड़ा
शनिवार को हत्या के साक्ष्य एकत्र कर रहे परिजनों ने पुलिस को कोई तहरीर नही दी है। चर्चा हैं कि पुलिस को ऐसा क्या डर था कि उसने परिजनों को उनके घर तक पहुंचवाने का काम किया। हत्या को हादसे में बदलने की उझानी पुलिस की कार्य प्रणाली से परिजनों में रोष व्याप्त हो गया है।

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