बिसौली(बदायूं)। कहते हैं कि जिसकी रक्षा ईश्वर करता है उसे कोई नही मार सकता है। यह कहावत बिसौली क्षेत्र में सटीक बैठी है जहां एक कलयुगी मां ने नवजात बेटे को बीस फिट गहरे बंद कुएं में फेंक दिया। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। बच्चे को सीएचसी आसफपुर भर्ती कराया गया जहां वह स्वस्थ बताया जा रहा है।
थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र के गांव बसौमी स्थित एक खेत में बीस फिट गहरे कुएं में हाल का ही जन्मा अबोध शिशु मिला तो सनसनी फैल गई। छोटे बच्चों से मिली जानकारी पर गांव की महिला सोनवती पत्नी प्रेमराज ने गांव के एक सुंदर नामक बाबा के सहयोग से बीस फिट गहरे कुएं में पड़े जिंदगी और मौत से जूझ रहे अबोध शिशु को कुएं से बाहर निकाला।
इस घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर ग्रामीणों का मजमा लग गया। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस व 108 एम्बुलेंस ने घटना स्थल पर पहुंचकर रोते बिलखते अबोध शिशु को ग्रामीणों की देखरेख में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आसफपुर में भर्ती कराया। डॉक्टरों के पैनल के मुताबिक अनाथ व अबोध शिशु पूरी तरह स्वस्थ बताया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी धर्मपाल सिंह को भी दी है। ग्रामीणों में चर्चा हैं कि किसी कलयुगी मां ने अपना पाप छिपाने के लिए नवजात बच्चें को मरने के लिए कुएं में फेंका था मगर उसे भगवान ने बचा लिया।