उझानी

बुटला गौशाला में प्यास से तड़प कर तीन गायों की मौत, प्रधान ने खुले में फिकवाया

उझानी,(बदायूं)। ब्लाक क्षेत्र के गांव बुटला दौलत स्थित गौशाला में तीन गायों की पानी की व्यवस्था उपलब्ध न होने के कारण उनकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई। गायों की मौत के बाद बिना पीएम कराए प्रधान ने गायों को दफनाने के बजाय खुले में फिकवा दिया जिसको लेकर पशु प्रेमियों में रोष व्याप्त है। गांव के ही जागरूक ग्रामीणों ने खण्ड विकास अधिकारी को दिए गए पत्र में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

खण्ड विकास अधिकारी को दिए गए पत्र में गांव निवासी अनिपाल और योगेन्द्र कुमार पुत्र सिपट्टर सिंह ने कहा है कि लगभग दो माह पूर्व बुटला दौलत स्थित गौशाला में गायों के रहने की व्यवस्था की गई मगर बिजली की खराब व्यवस्था के कारण समर नही चल पाता था जिससे गाय प्यासी ही रहती थी।
पत्र में लिखा है कि गत 25 सितम्बर को पानी के आभाव में तीन गायों ने प्यास से तड़पते हुए दम तोड़ दिया। जागरूक ग्रामीणों का कहना है कि इस बाबत उन्होंने ग्राम प्रधान और ब्लाक के पशु डाक्टर विवेक माहेश्वरी को भी अवगत कराया था मगर दोनों ने कोई ध्यान नही दिया जिससे तीन गायो की मौत हो गई। पत्र में प्रधान पर आरोप लगाया गया है कि प्रधान ने गायों का पोस्टमार्टम करा कर उन्हें दफनाने के बजाय खुले में फिकवा दिया है जिससे गांव का वातावरण दूषित होने की संभावना है। जागरूक ग्रामीणों ने बीडीओ से दोषी लोगों के खिलाफ कानूनी ककार्रवाई की मांग की है।

गायों को देर रात कराया दफन
बुटला में तीन गायों के मरने के बाद चेते ब्लाक अधिकारी और कर्मियों ने देर रात दल बल के साथ पहुंच कर प्यास से मरी तीन गायों को दफन करा दिया है। इस मामले में जानकारी करने पर पंचायत सचिव शिखर गौड़ ने बताया कि एक गाय गौशाला की थी जो काफी वृद्ध हो चुकी थी और उसकी मौत हुई है जबकि दो गाय ग्रामीणों की थी जो वहां फेंक गए थे। इस दौरान पशु चिकित्सक डा. विवेक माहेश्वरी भी मौजूद रहे।

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